15+ Best Class 2 Short Moral Stories in Hindi

नमस्कार दोस्तों! आज हम आपको लेकर चले हैं एक प्यारे से सफर में, जहां बच्चों की मुस्कान और सीख हर कोने में छुपी होती है।

हमारा आज का विषय है “Class 2 Short Moral Stories in Hindi” – एक खास रंगीन दुनिया, जहां हर कहानी एक नई सीख लेकर आती है।

बच्चों के दिल में घर बनाने वाली यह छोटी कहानियां न केवल मनोरंजन करती हैं, बल्कि उन्हें संवेदनशील बनाने में भी मदद करती हैं।

Class 2 के छोटे बच्चों के लिए यह कहानियां एक सच्चाई का जादू बुनते हैं। हर कहानी में छुपी है एक सीख, एक moral, जो बच्चों की सोच को सुधारने में मदद करता है। यह कहानियां हमें दिखाते हैं कि छोटी छोटी बातें, सच्चाई, और ईमानदारी, जिंदगी में कितना महत्व रखती हैं।

आइए, इस खास सफर में शामिल हो कर, अपने बच्चों को सिखाएं और उनके मन को भर दें प्यार और अच्छाई से। क्योंकि एक छोटी सी कहानी भी, एक बड़ी बदलाव ला सकती है!

Table of Contents

Class 2 Short Moral Stories in Hindi

Class 2 Short Moral Stories in Hindi

अगर आप भी Class 2 Short Moral Stories in Hindi पढ़ना चाहते है तो आपके लिए निचे 10+ से ज्यादा स्टोरीज दी गई है जिन्हें Class 2 Short Moral Stories in Hindi के रूप में पढ़ सकते है। ये स्टोरीज आपको अच्छी शिक्षा के साथ बड़े होकर अच्छे कर्म करने की शिक्षा देंगी।

इससे पिछले लेख में हमने आपके साथ Top 10 Moral Stories in Hindi शेयर की थी जिन्हे आपका बहुत प्यार मिला। जिसके लिए दिल से धन्यवाद। अब आप आगे Class 2 Short Moral Stories in Hindi पढ़ सकते है जो आपको बहुत पसंद आने वाली हैं।

1. खुशी की पतंग (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

1. खुशी की पतंग (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में रहने वाला बच्चा रजू था। रजू बहुत होशियार और खुशमिजाज था। एक दिन, उसने अपने दादाजी से सिखा कि जिंदगी को एक पतंग की तरह हंसी और खुशी से उड़ान भरना चाहिए।

रजू ने यह सीखा कि जब भी कोई मुश्किलें आती हैं, तो उसे हंसी और सकारात्मकता से पहचानना चाहिए। उसने अपने दोस्तों को भी इस सच्चाई के साथ मिलकर खुश रहने का आदान-प्रदान सिखाया।

एक दिन, रजू ने अपने दोस्तों के साथ पतंग उड़ाने का निर्णय लिया। वे सभी मिलकर खूबसूरत रंगीन पतंग बनाए और उड़ान भरने निकले।

पहली बारिश आई और रजू की पतंग को उड़ान भरने का समय आया। लेकिन रजू की पतंग कुछ ही देर में गिर गई। दोस्तों ने हंसते हुए कहा, “रजू, तुम्हारी पतंग क्यों गिर गई?”

रजू ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, “कोई बात नहीं, दोस्तों! जिंदगी की पतंग कभी-कभी गिर जाती है, लेकिन हमें दोबारा उठाना चाहिए। हर गिरावट में भी हंसी और सीख होती है!”

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में हर कदम पर हंसी बनी रहनी चाहिए, और हर मुश्किल को खुशी से निभाना चाहिए।

2. चींटी और मक्खी का दोस्ती (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

2. चींटी और मक्खी का दोस्ती (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से बगिचे में एक चींटी रहती थी जिसका नाम छोटू था। छोटू बहुत खुश और उत्साही था, लेकिन उसकी एक आदत थी – वह हमेशा अकेला रहता था और उसके पास कोई दोस्त नहीं था।

एक दिन, बगिचे में एक मक्खी आई जिसका नाम मितु था। मितु भी बहुत उत्साही और खुश नातुरल थी। छोटू ने मितु को देखकर उससे दोस्ती करने का निर्णय लिया।

मितु ने खुशी-खुशी छोटू की दोस्ती स्वीकार की। वे दोनों मिलकर बगिचे में घूमने लगे और बहुत मजा करते थे।

एक दिन, बारिश हुई और बगिचा हरा-भरा हो गया। छोटू और मितु ने देखा कि बगिचे के पौधों पर बहुत सारी बूंदें हैं।

छोटू ने मितु से कहा, “देखो मितु, हर बूंद एक कहानी कहती है और हर कहानी में हमें कुछ सिखने को मिलता है।”

मितु और छोटू ने बूंदों की कहानियों को सुना और उनसे जीवन के मूल्यों का मतलब सीखा। उनकी दोस्ती ने उन्हें एक-दूसरे के साथ मिलकर जीने का असली मजा दिखाया।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अगर हम दूसरों के साथ मिलकर रहते हैं, तो हमें जीवन में और भी रंग और खुशियाँ मिलती हैं।

3. बिल्कुल बिना किसी काम के पिंगुइन (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

3. बिल्कुल बिना किसी काम के पिंगुइन (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

एक समय की बात है, एक बहुत ही आलसी पिंगुइन था जिसका नाम पिंगू था। पिंगू बहुत ही शान्त और आराम से अपने जीवन को बिता रहा था। वह बिना किसी काम के बैठा रहता था और सिर्फ खाना खाने में रुचि रखता था।

एक दिन, पिंगू का दोस्त सैमी उससे मिलकर बोला, “पिंगू, तुम्हें अपने जीवन में कुछ नया करना चाहिए। किसी काम में लग जाओ और नए अनुभव प्राप्त करो।”

पिंगू ने ठोकर मारते हुए कहा, “काम करना! यह तो मुझसे नहीं होगा। मुझे तो सिर्फ आराम चाहिए।”

सैमी ने मुस्कराते हुए कहा, “पिंगू, किसी काम में लगने से ही हम नए दोस्त बनाते हैं और जीवन में मजा आता है।”

पिंगू ने सोचा और उसने तय किया कि वह एक नये काम में लगेगा। उसने देखा कि उसके आस-पास के पिंगुइन्स एक बड़े और सुंदर इगलू बना रहे थे।

पिंगू ने सोचा, “मैं भी एक इगलू बना सकता हूँ।” उसने दोस्तों की मदद से इगलू बनाया और यह काम करते-करते उसकी रुचि बढ़ गई।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि किसी भी काम में लगना और मेहनत करना हमें नए और अच्छे अनुभव प्रदान कर सकता है, जो हमारे जीवन को रोचक और सार्थक बना सकता है।

4. खोज के सफर में बंदर राजा (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

4. खोज के सफर में बंदर राजा (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

बहुत समय पहले की बात है, एक बंदर राजा नामक बंदर अपने राज्य में बहुत खुश और सुखमय जीवन बिता रहा था। एक दिन, उसने सुना कि एक आश्चर्यजनक देश में सुखद फल मिलते हैं, जिनका स्वाद भूला नहीं जा सकता।

बंदर राजा ने तुरंत निर्णय लिया कि वह इस देश की खोज में जाएंगे। वह अपने बंदर सेना को साथ लेकर सफर का आयोजन करने लगा।

राजा ने अपने दोस्त बंदरों से कहा, “हमें नये फलों का स्वाद जानने के लिए उन देशों में जाना चाहिए जो हमने कभी नहीं देखा है।”

बंदर सेना ने उसकी बातों को सुनकर सहमति दी और सफर शुरू हो गया। राजा और उसकी सेना ने कई महीने तक दुर्गम जंगलों, पहाड़ियों और नदियों को पार किया।

अंत में, उन्होंने वह देश पहुंचा जहां सुखद फल उगते थे। वहां उन्हें नए और स्वादिष्ट फलों का आनंद मिला और राजा ने अपने बंदर सेना के साथ खुशी-खुशी घर वापस लौटे।

राजा ने देखा कि सफर करने से उनके बंदर सैनिकों का जीवन में नया उत्साह आया और उन्हें बहुत सारे अनुभव मिले।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें नए और अनुभवों की खोज में निकलना चाहिए, क्योंकि इससे हमारा जीवन समृद्धि और रोचक बनता है।

5. सुपर छोटा शेर (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

5. सुपर छोटा शेर (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटा सा शेर अपनी माँ के साथ जंगल में रहता था। शेर का नाम छोटू था, और वह अपनी छोटी सी ऊंचाई के बावजूद बहुत होशियार था।

एक दिन, छोटू ने देखा कि जंगल में एक सुंदर सा पक्षी अकेला बैठा है और रो रहा है। छोटू ने उसके पास जाकर पूछा, “तुम रो क्यों रहे हो?”

पक्षी ने जवाब दिया, “मैं इतना छोटा हूँ कि मुझे डर लगता है कि कोई मुझसे कुछ कर देगा।”

छोटू ने हंसते हुए कहा, “तुम शायद सुंदर पक्षी हो, लेकिन तुम मेरे जैसा होशियार नहीं हो। मैं तुम्हें सिखा सकता हूँ कि तुम अपनी छोटाई को एक सुधारने का तरीका ढूंढ सकते हो।”

छोटू ने पक्षी को अपने साथ खेलने के लिए बुलाया और उसे बताया कि छोटाई को छोड़कर वह कैसे अपनी ताकत का सही तरीके से उपयोग कर सकता है।

पक्षी ने छोटू से सीखा कि छोटा होना अवश्यंभावी नहीं है और किसी की महत्वपूर्णता उसकी छोटाई से नहीं आती। छोटू ने भी देखा कि उसने पक्षी को नई ऊंचाई में उड़ते हुए कैसे बदला।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपनी कमजोरियों को देखकर हार नहीं माननी चाहिए, बल्कि हमें उन्हें सुधारने का तरीका ढूंढना चाहिए।

6. गुब्बारे का सफर (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

6. गुब्बारे का सफर (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

एक सुंदर सी गाँव में एक छोटा सा बच्चा नामक राजू रहता था। राजू का सबसे पसंदीदा खेल गुब्बारे बनाना और उन्हें उड़ाना था। हर रोज़ वह अपने दोस्तों के साथ गुब्बारे बनाता और उड़ाता।

एक दिन, गाँव में एक मेला आया। राजू बहुत खुश हुआ और मेला में गया। वहां उसने एक विशेष गुब्बारा दुकान देखी। दुकानदार ने राजू को कुछ नए और शानदार गुब्बारे दिखाए।

राजू ने देखा कि वहां एक बड़ा सा गुब्बारा भी है, जिसमें रंगीन पत्तियाँ और चमकीली चमक थी। उसने दुकानदार से पूछा, “ये गुब्बारा कितना है?”

दुकानदार ने हंसते हुए कहा, “बहुत महंगा है, यह तुम्हारी पूरी महीने की तकलीफ का नतीजा हो सकता है!”

राजू ने देखा कि उसकी आँखों के सामने सभी गुब्बारे बेहद खूबसूरत थे, लेकिन वह महंगे गुब्बारे को लेने के लिए अपने सभी पैसे खो देगा।

राजू ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुशी-खुशी गुब्बारे बनाना और उड़ान भरने का मजा लिया। उसने महंगे गुब्बारे की बजाय अपने दोस्तों के साथ समय बिताने का महत्व समझा।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अक्सर हम जिंदगी के छोटे-मोटे चीजों को नजरअंदाज करते हैं और महंगे चीजों की तलाश में अपने सच्चे मित्रों को भूल जाते हैं।

7. बुद्धिमान कछुआ और हंस (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

7. बुद्धिमान कछुआ और हंस (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

बहुत समय पहले की बात है, एक बुद्धिमान कछुआ था जिसका नाम खुशबू था। एक दिन, खुशबू ने अपने दोस्त हंस से मिलकर कहा, “हंस, तुम्हें क्या लगता है, हम किस प्रकार के विचार करते हैं?”

हंस ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, “हम सबसे अच्छे हैं क्योंकि हम हमेशा ऊँचाई पर उड़ते रहते हैं और सबको दुनिया की सुंदरता दिखाई पड़ती है।”

खुशबू ने मुस्कराते हुए कहा, “तुम्हारा उत्तर सुनकर मुझे यह याद आता है कि हमें अच्छा विचार करना चाहिए और अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करना चाहिए।”

एक दिन, खुशबू और हंस एक नदी के किनारे बैठे थे। वहां एक दलदली जल कुंडल हैरानी में फंसी हुई दिखाई दी।

खुशबू ने हंस से कहा, “हंस, हमें मिलकर उस दलदल से गुजरना होगा।”

हंस ने विचार किया और फिर जल्दी से एक बड़ा पत्थर ढूंढ़ा। उसने खुशबू को कहा, “तुम इस पत्थर पर बैठो, मैं इसे धक्का दूंगा और हम दोनों उस दलदल से गुजर सकते हैं।”

खुशबू ने पत्थर पर बैठकर हंस के साथ मिलकर दलदल से गुजरा। उनका सामना कई मुश्किलें लेकर भी सफल रहा।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपनी बुद्धि का सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए और समस्याओं का सही समाधान निकालना चाहिए। हमारे विचार हमारे जीवन की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।

8. सुनहरे रंग का सपना (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

8. सुनहरे रंग का सपना (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक छोटा सा लड़का नामक रमेश रहता था। रमेश का सपना था कि वह बड़ा होकर रंग-बिरंगे उड़ाने वाले गुब्बारे बनाएगा और सभी लोग उसकी गुब्बारों को देखकर हैरान होंगे।

रमेश ने अपने सपने को पूरा करने के लिए कामयाबी से कामयाबी हासिल की, लेकिन एक दिन एक बड़ी सी मुश्किल आई। उसके पास वो रंग नहीं थे जो उसने अपनी गुब्बारों को सुंदर बनाने के लिए सोचा था।

रमेश ने गुब्बारों को साधारित रंगों से ही सजाने का विचार किया, लेकिन वह अपने सपने की खातिर कुछ भी करने के लिए तैयार था। उसने अपने दोस्तों और गाँववालों से रंग मांगा और उन्हें बताया कि वह अपने सपने को पूरा करना चाहता है।

दोस्तों और गाँववालों ने रमेश को सहारा दिया और उन्होंने मिलकर सभी रंगों को मिश्रित करके सुंदर से सुंदर गुब्बारे बनाए। रमेश का सपना हकीकत बन गया और गुब्बारे बनाने का कला गाँव में मशहूर हो गया।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अगर हमारा सपना सच्चा है और हम उसे पूरा करने के लिए हौंसला रखते हैं, तो हमारे सामने कोई भी मुश्किल टिकी नहीं रहती। और जब हम अपने सपनों के लिए मेहनत करते हैं, तो लोग हमें सहारा देने के लिए तैयार होते हैं।

9. गाय का साहस (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

9. गाय का साहस (Class 2 Short Moral Stories in Hindi)

एक गाँव में एक छोटी सी गाय रहती थी जिसका नाम गोपी था। गोपी बहुत ही साहसी और उत्साही थी। एक दिन, गोपी ने सुना कि गाँव के पास एक जंगल है जिसमें बहुत सारे स्वादिष्ट और हरित घास मिलती है।

गोपी ने सोचा, “मैं भी उस जंगल में जाकर खाने के लिए घास खा सकती हूँ।” वह बहुत ही खुश होकर उस जंगल की ओर बढ़ी।

जंगल में गोपी ने बहुत सी स्वादिष्ट और हरी-भरी घासें खाईं। वह बहुत ही भोजनप्रेमी बन गई और हर रोज़ वह जंगल की ओर जाती थी।

एक दिन, गोपी ने जंगल के किनारे एक गहरे कुएं को देखा। वह खुद में सोची, “यह कुआँ बहुत गहरा है, और शायद इसमें पानी है जो मैं पी सकती हूँ।”

गोपी ने कुएं के किनारे जाकर देखा कि उसका अंदर गिरने का मार्ग बहुत संकटपूर्ण था। वह बहुत ही बार-बार प्रयास करने के बावजूद कुएं में नहीं गिर सकी।

गोपी ने तत्पश्चात, “मैं नहीं हो सकती, लेकिन कुछ करना पड़ेगा।” उसने आस-पास की पत्थरों को इकट्ठा किया और कुएं में गिराने के लिए इन्हें एक बना दिया। इससे गोपी कुएं में गिर गई और उसने पानी पी लिया।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि किसी भी समस्या का सामना करने के लिए हमें साहस और बुद्धिमत्ता की आवश्यकता होती है। हमें हर मुश्किल को पार करने के लिए उत्साही रहना चाहिए और सोचना चाहिए कि कैसे हम समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं।

10. बुद्धिमान उल्लू (Hindi story for class 2 with moral)

10. बुद्धिमान उल्लू (Hindi story for class 2 with moral)

बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक बुद्धिमान उल्लू रहता था जिसका नाम उज्ज्वल था। उज्ज्वल बुद्धिमान था, लेकिन उसकी दोस्तों ने उसकी ऊँचाई पर हंसी की थी।

एक दिन, उज्ज्वल ने अपने दोस्तों से कहा, “मैं तुम्हें दिखाऊंगा कि ऊँचाई के बजाय बुद्धि का होना कितना महत्वपूर्ण है।”

उज्ज्वल ने एक सफलता की कहानी सुनी और उसमें सुना कि एक छोटा सा सीप एक बड़े पेड़ को अपनी ऊँचाई तक पहुंचा सकता है।

उज्ज्वल ने अपने दोस्तों को कहा, “मैं भी एक ऐसा ही कारण दूंगा और तुम्हें दिखा दूंगा कि हारना मेरे लिए मुश्किल है।”

उज्ज्वल ने एक दिन कागज की ताकत को देखते हुए अपने दोस्तों को बुलाया और उनसे दिनभर एक साथ काम करने का आयोजन किया। वह ने समझाया कि बुद्धि और मेहनत से कोई भी मुश्किल पार की जा सकती है।

उज्ज्वल ने एक ऊँचा पेड़ चुना और एक साथ काम करने का प्रारंभ किया। उसने अपने दोस्तों को सिखाया कि साथी बनकर काम करना कितना महत्वपूर्ण है और बुद्धि के साथ-साथ मेहनत भी आवश्यक है।

उज्ज्वल ने अपनी बुद्धि का उपयोग करके एक सोल्यूशन तैयार की और साथ मिलकर मुश्किल को हल किया। उसका प्रयास सफल रहा और उसके दोस्तों ने भी सीखा कि बुद्धि और सामंजस्य से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करना चाहिए और साथ मिलकर मुश्किलों का सामना करना चाहिए।

11. बन्दर और किल्ली का खेल (Hindi story for class 2 with moral)

बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में बहुत सारे बंदर रहते थे। वहां का सबसे होशियार और मस्तिष्कशाली बंदर का नाम था बब्लू। बब्लू दूसरे बंदरों के साथ हमेशा मजाक करने में रुचि रखता था।

एक दिन, बब्लू ने एक नए खेल का आयोजन किया। वह खेल का नाम “किल्ली का खेल” रखने का सोचा। सभी बंदरों को यह खेल बहुत रोमांचक लगा और वे सभी खेलने के लिए तैयार हो गए।

बब्लू ने सबको बताया कि खेल का नियम यह है कि एक बंदर एक किल्ली चुनेगा और बाकी सभी उसको बचाने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। जिस बंदर को सबसे ज्यादा बार बचाया जाएगा, वह विजेता होगा।

खेल शुरू हुआ और बंदर एक-दूसरे को चाल्लें चलाते रहे। सभी बंदर मजे से खेल रहे थे। बब्लू ने धीरे-धीरे एक किल्ली को चुना और बोला, “यह रही मेरी किल्ली!”

बब्लू की किल्ली का चयन होते ही बाकी सभी बंदरों ने उसे बचाने का आग्रह किया। बब्लू ने हंसते हुए कहा, “यारों, मुझे तो खुशी है कि तुम सभी मेरे दोस्त होते हो, इसलिए मैंने बहुत सोच-विचार करके तुम्हें बचा लिया।”

इससे क्या सीख मिली।

इस खेल से बंदरों ने यह सीखा कि दोस्ती में हंसी और मस्ती होती है और इससे जीवन को मिलती है।

12. बालक और पुस्तकें (Hindi story for class 2)

एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक बच्चा नामक रमन रहता था। रमन बहुत ही बुद्धिमान और पढ़ाई में शौकीन था। उसके पास कुछ पुस्तकें थीं, लेकिन वह और भी नई पुस्तकें पढ़ना चाहता था।

गाँव में एक दिन पुस्तक मेला आया। रमन बहुत खुश हुआ और मेला में गया। वहां उसने देखा कि बहुत सी सुंदर पुस्तकें हैं, लेकिन उसके पास खर्च करने के लिए पैसे नहीं थे।

रमन ने अपने दोस्त सुरेश से कहा, “मेरे पास पैसे नहीं हैं, लेकिन मैं इतना चाहता हूँ कि मैं इन पुस्तकों को पढ़ सकूं।”

सुरेश ने मुस्कराते हुए कहा, “तुम्हें किसी के पास पैसे नहीं हैं, लेकिन तुम्हारी मेहनत और पढ़ाई का हौंसला है। चिंता मत करो, हम मिलकर तुम्हें ये पुस्तकें दिलवा देंगे।”

रमन और सुरेश ने मिलकर गाँव के लोगों से पूछा कि क्या वे उन्हें थोड़ी दे सकते हैं ताकि वह नई पुस्तकें खरीद सकें। गाँव के लोग बहुत ही समझदार और सहानुभूति भरे थे। उन्होंने रमन को बहुत से पैसे और कुछ नई पुस्तकें दी।

रमन बहुत खुश होकर अपने घर वापस गया और उसने सुरेश को धन्यवाद दिया। वह ने अपनी मेहनत और दोस्तों की सहायता से नई ज्ञान की कहानियों का आनंद लिया और उसका ज्ञान में वृद्धि हुई।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि मेहनत, सहायता, और समझदारी से हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हो सकते हैं।

13. समझदार खरगोश (Hindi story for class 2)

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक खरगोश रहता था। उसका नाम था मित्र। मित्र बहुत ही समझदार और दिलचस्प था। उसने अपने दोस्तों को बहुत कुछ सिखाया।

एक दिन, गाँव में एक नया जानवर आया, जिसका नाम था शेर। शेर बहुत ही बड़ा और भयंकर दिखता था। उसने गाँववालों को डरा दिया और सभी जानवर उससे बचने के लिए भाग गए।

मित्र ने देखा कि लोग डरकर भाग रहे हैं, लेकिन उसमें डर नहीं था। उसने अपने दोस्तों को बुलाया और कहा, “हमें इस शेर से डरने की जरुरत नहीं है। हमें मिलकर उससे सामंजस्य करना चाहिए।”

मित्र ने शेर के पास जाकर उससे मिलने का निर्णय किया। शेर ने मित्र को देखकर अचंभित होकर पूछा, “तुम मेरे सामने क्यों आए हो? तुम्हें मेरे से डर नहीं आता?”

मित्र ने हंसते हुए कहा, “डरने की कोई जरुरत नहीं है। हम तुम्हें जानना चाहते हैं और तुमसे दोस्ती करना चाहते हैं।”

शेर ने मित्र की बहादुरी को देखकर उसका साथ देने का निर्णय किया। उसने मित्र को अपना सच्चा दोस्त माना और उसके साथ गाँव की शांति और हरिमौल स्थिति को बनाए रखने में मदद की।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें किसी के रूप, रंग, या साइज से नहीं, बल्कि उनके गुणों और विवेक से मिलना चाहिए। समझदार और बहादुर तरीके से मुश्किलाएं सामने करना हमें आगे बढ़ने में सहायक हो सकता है।

14. बुद्धिमान मेंढ़क (Short story in hindi for class 2)

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक मेंढ़क रहता था जिसका नाम था मोहन। मोहन बहुत ही बुद्धिमान था और उसके पास हमेशा से अच्छे विचार थे।

गाँव में एक समय बहुत बारिश हुई और सभी नदियाँ और कुएं भर गए। मोहन को भी उसके गुफा से बाहर निकलना पड़ा क्योंकि पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा था।

जब मोहन बाहर निकला, तो उसने देखा कि गाँववाले सभी भाग रहे हैं क्योंकि जल बहुत तेजी से बह रहा था और बहुत सारे जानवर फंस गए थे।

मोहन ने बुद्धिमानी से सोचा, “इस समय में मुझे और गाँववालों को मिलकर कुछ करना पड़ेगा।” उसने अपनी बुद्धिमानी से एक छोटी सी खुदाई शुरू की और बचाव के लिए पानी को वहां रूकने में मदद की।

गाँववाले देखकर आश्चर्य हुए कि मेंढ़क कैसे उनकी मदद कर रहा हैं। उन्होंने भी मिलकर मोहन की मदद की और सभी ने मिलकर एक साथ काम किया।

इससे क्या सीख मिली।

इस प्रकार, मोहन की बुद्धिमानी ने सभी को मिलकर मुश्किलों का सामना करने में मदद की और उसने दिखाया कि किसी भी स्थिति में हमें सहयोग करना चाहिए और बुद्धिमानी से किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।

15. संगीत का जादू (Short story in hindi for class 2)

बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक छोटा सा लड़का रहता था जिसका नाम अर्जुन था। अर्जुन का दिल संगीत में बहुत ही रुचिकर था। वह गाँव के सभी लोगों को खुश करने के लिए अपनी शानदार संगीत कला का प्रदर्शन करता था।

एक दिन, गाँव में एक भिखारी आया जिसका नाम राजू था। राजू ने अर्जुन का संगीत सुना और उसके ताल में खो जाकर वह बहुत ही प्रभावित हुआ। राजू ने अर्जुन से मिलकर कहा, “तुम्हारा संगीत सचमुच जादू सा है।”

राजू को देखकर अर्जुन ने कहा, “धन्यवाद, आपको मेरा संगीत कैसा लगा?” राजू ने कहा, “तुम्हारा संगीत मेरे दिल को छू गया है। मैं तुम्हें एक विशेष उपहार देना चाहता हूँ।”

राजू ने अपनी झोली से निकालकर एक पुरानी सी बाज़ दिखाई। वह बाज़ कहता था, “यह बाज़ एक चमत्कारी बाज़ है। इसकी मदद से तुम जो भी चाहोगे, वह पूरा होगा।”

राजू ने बताया कि बाज़ का उपयोग सावधानी से करना चाहिए। अर्जुन बहुत खुश हुआ और बाज़ का सही तरीके से उपयोग करने का वचन दिया।

बाज़ की मदद से अर्जुन ने गाँव को और भी खुशियों से भर दिया। लेकिन अर्जुन ने हमेशा सही और नैतिक उपयोग किया, और वह अपनी कला में सदैव महान रहा।

इससे क्या सीख मिली।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपनी कला और योग्यता का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए और जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो हमें भी खुशियां मिलती हैं।

FAQ’s – Class 2 Short Moral Stories in Hindi

प्रश्न 1: Class 2 के छोटे Moral Stories हिंदी में क्या हैं?

उत्तर – Class 2 के छोटे moral stories हिंदी में छोटी कहानियां हैं जो दूसरे ग्रेड के बच्चों के लिए बनाई गई हैं, जिसमें संस्कारों को समझाने के लिए शिक्षित किया गया है। ये कहानियां हिंदी और English का मिश्रण (Hinglish) में होते हैं ताकि एक बड़ा audience को समझने में मदद हो।

प्रश्न 2: Class 2 के बच्चों के लिए Moral Stories क्यों ज़रूरी हैं?

उत्तर – Moral stories बच्चों के चरित्र और मूल्यों को बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। Class 2 के बच्चों के लिए, ये कहानियां महत्वपूर्ण जीवन शिक्षा देनेवाले उपकरण की तरह काम करती हैं, जो उन्हें सही और गलत के बीच अंतर सिखाता है, और ये सब कुछ उनकी समझने वाली भाषा में होती है।

प्रश्न 3: Hinglish में कहानी सुनाने का क्या फायदा है Class 2 के बच्चों के लिए?

उत्तर – Hinglish, हिंदी और English का एक सार होता है, जो कि भाषा के अंतर को bridge करने में मदद करता है और Class 2 के बच्चों के लिए कहानी सुनाने को अधिक accessible बनाता है। ये समझने में मदद करता है और moral stories को बच्चों के लिए अधिक अनुकूल बनाता है।

प्रश्न 4: क्या Moral Stories Class 2 के बच्चों के भाषा ज्ञान को सुधार सकती हैं?

उत्तर – हां, moral stories Class 2 के बच्चों के भाषा विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। विभिन्न शब्दों और वाक्य रचनाओं के माध्यम से, बच्चे नहीं केवल moral मूल्यों को समझते हैं बल्कि उनकी भाषा कला को भी सुधारने में मदद मिलती है, चाहे वो हिंदी हो या English।

प्रश्न 5: क्या Class 2 Moral Stories Online Available हैं?

उत्तर – हां, बहुत सी websites पर Class 2 के छोटे moral stories हिंदी में (Hinglish) मिल जाते हैं। विभिन्न platforms पर ऐसे कहानियों का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है जो कि बच्चों के लिए मनोरंजनजनक नहीं बल्कि महत्वपूर्ण जीवन शिक्षा प्रदान करते हैं।

प्रश्न 6: Class 2 के Parents और Teachers कैसे कर सकते हैं Moral Stories का उपयोग?

उत्तर – Parents और teachers Class 2 के moral stories को संजीवनी उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। Moral शिक्षा पर चर्चा करना, बच्चों को सोचने की ओर प्रोत्साहन देना, और उसके साथ जुड़े हुए क्रियाकलापों को शामिल करना, इन सभी से कहानी सुनाने का अनुभव बच्चों के सार्वजनिक विकास के लिए अधिक प्रभावित और लाभकारी बन सकता है।

निष्कर्ष

इन छोटी सी कहानियों के माध्यम से, हमने देखा कि बच्चों को न्याय, सहयोग, मेहनत, और समझदारी की महत्व को समझाने का प्रयास किया जा सकता है।

ये कहानियां बच्चों में नैतिक मूल्यों को विकसित करने का एक सुंदर तरीका हैं। हर कहानी एक सीख प्रदान करती है, जिसे बच्चे अपने जीवन में अमल में ला सकते हैं।

क्लास 2 के बच्चों के लिए, इन कहानियों ने एक सुंदर दुनिया खड़ी की है, जहां परीक्षाओं, मुकाबलों, और जीवन के हर पहलु को समझने का और सामना करने का हौसला मिलता है।

ये कहानियां बच्चों के मनोबल को बढ़ाने में सहायक होती हैं और उन्हें ये सीखने में मदद करती हैं कि जिंदगी में कठिनाईयों का सामना कैसे किया जाए।

हम ये देखते हैं कि कहानियों के माध्यम से बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास होता है और उन्हें सही और गलत के बीच अंतर समझने में मदद मिलती है।

इन कहानियों का एक मूल्य है, जो हमारे समाज में श्रेष्ठता, मेलजोल, और समर्पण का भाव बढ़ाता है। इस तरह से, हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख Class 2 Short Moral Stories in Hindi और इन छोटी सी कहानियों ने आपके बच्चों के दिल को छू लिया होगा और उनके जीवन में नए उजाले भर दिए होंगे।

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