Mostly New Bloggers हमेशा On-Page SEO और off-Page SEO पर ध्यान देते है जो कि कहीं ना कहीं सही भी है,
लेकिन जहाँ On-Page और Off-Page Optimization की बात आती है।
वहीँ हमारी Website को Ranking देने और Post और Pages को Higher Rank करने के लिए Technical SEO भी इसका एक Major Factor है।
आपने keyword strategy define की होगी, Content Marketing में Investing की होगी, और एक Strong backlink profile build की होगी।
आपने keyword research और niche marketing में भी महारत हासिल कर रखी होगी। तो फिर आपकी Website आपके मुताबिक Rank क्यों नहीं कर रही हैं?
Technical SEO kya hai?
मैंने अक्सर देखा है कि जब भी SEO की बात आती है तो लोग On-Page SEO और Off-Page SEO की ही ज्यादा चर्चा करते है।
मानता हूँ कि Site की Ranking में ये दोनों Factors Major role Play करते है।
लेकिन अगर इन सभी Efforts को Apply करने के बाद फिर भी आपकी Site Rank नहीं कर कर रही है, तो जनाब कुछ तो Problem अवश्य ही होगी।
ऐसे में हम फिर से On-Page & Off-Page SEO Checklist देखते है, लेकिन हमें कोई ज्यादा बड़ी Problem नजर नहीं आती है, और फिर यहाँ पर SEO का Third Part Technical SEO आता है।
SEO Techniques में Technical SEO सबसे Under-Rated Techniques में से एक है।
ज्यादातर लोगों को लगता है कि On-Page & Off-Page SEO करने के बाद उनका काम खत्म हो जाता है, लेकिन बिना Technical SEO के Optimization Incomplete है।
आप कितने भी effort करके On-Page & Off-Page SEO कर लो, लेकिन Technical SEO के बिना बेहतरीन Results नहीं पा सकते।
Technical SEO आपकी Website और Search Engine के बीच relation को improve करने में help करता है।
आपने बहुत अच्छी तरह से Site का Design किया, Backlinks भी Create की लेकिन अगर Search Engine के Bots आपकी Website को अच्छी तरह से Crawl ही नहीं कर पाए तो Ranking कैसे हासिल कर पाओगे।
इसलिए इस बात का ख़ास ख्याल रखें कि जब भी Search Engines Spiders आपकी Site पर Visit करें तो वह आपकी Posts को आसानी से Index कर सकें।
Technical SEO में website की Speed, Https redirection, Canonical errors & Page error, etc factors improve करने और fix करने पर focus किया जाता है इसमें और भी बहुत सारे factors है जो हमारी Website की Indexing में problem Create करते है।
यदि आप Technical SEO की Basics को समझना चाहते हैं और अगर आप चाहते है कि आपका time & budget दोनों developer की जेब में ना जाएं तो आप आगे दिए गए Technical SEO Factors को अंत तक पढ़ते रहिए।
1. Boost Website Speed.
Website की speed SEO के major ranking factors में से एक है, Search engines हमेशा user को best experience provide करना चाहते है।
ऐसे में अगर आपकी website की speed slow होगी तो user का experience खराब होगा।
यानी कि अगर आपकी website की loading speed ज्यादा है तो ranking को भूल ही जाइए।
एक survey के मुताबिक SERP में rank करने वाली websites की average speed 3-second तक होती है।
अगर आपकी website load होने में 3-second से ज्यादा समय लेती है तो आप 3 second के बाद अगले हर सेकंड में 33% visitors loose करते हो।
ऐसे में अगर आपकी website e-commerce है तो आपको बहुत बड़ा नुकसान होने वाला है।
Website की speed कम होने के कारण आपका bounce rate भी बढ़ता है इसलिए आपकी website का load time कम करना आपकी main priority होनी चाहिए।
हम कुछ techniques का इस्तेमाल करके website की speed बढ़ा सकते हैं।
1. Use a lightweight theme.
अगर आप blogger हैं तो definitely किसी lightweight theme का इस्तेमाल कीजिए blog site में ज्यादातर content पर focus होता है इसलिए आप ज्यादा decorative theme इस्तेमाल न करें।
2. Choose Best Web Hosting.
Web hosting आपकी site speed पर बहुत बड़ा impact करती है।
अगर आपका hosting plan basic है, और visitors ज्यादा आ रहे तो server definitely crash हो जाएगा।
इसलिए hosting लेते समय bandwidth, space ये सभी unlimited ही लेना, जिससे बाद में problem ना आ सके
3. Leverage Browser Caching.
हम जब किसी भी website पर visit करते हैं तो browser बहुत सारी files cache करके रखता है जिससे हम जब फिर से उस particular site पर visit करें तो loading time कम हो सके।
इसके लिए हम plugins का इस्तेमाल करके यह cache file कितने समय तक रखनी है यह तय कर सकते हैं
4. Minify CSS, HTML and Java_script.
Website की theme में बहुत सारा empty space रहता है जिससे file size बढ़ता है ऐसी file को plugins की मदद से हम minify कर सकते हैं।
मतलब यह जो empty space है, इसे remove कर सकते हैं, इस script को minify करने पर आपकी site speed में definitely बदलाव होगा।
5. Compress Files.
आप अपनी website के लिए जितनी भी files का इस्तेमाल कर रहे हैं, e.g HTML, CSS, javascript, images, and GIF, etc.
इन सभी files को compress कीजिए, compress करने से इनका size कम होता है जिससे site का load time कम होता है।
2. Create XML Sitemap.
Sitemap एक प्रकार का map होता है जो search engines crawlers को आपके pages तक पहुंचाता है।
Actually, sitemap कोई ranking factor नहीं है, बिना sitemap के भी आपके pages index हो सकते लेकिन sitemap की मदद से crawlers आपके web pages को जल्दी crawl कर सकते है।
Plugins का इस्तेमाल करके आप free में sitemap create कर सकते।
Sitemap Create करने के बाद आप google search console में जरूर submit करें।
अगर आप अपनी website का sitemap check करना चाहते है तो आप website URL type करके [ yoursite.com/sitemap_index.xml ] type करें।
For example[ https://deepblogging.com/sitemap_index.xml ]
3. Make your website Mobile-friendly.
Mobile-friendly का मतलब होता है कि आपकी website desktop पर जितनी user-friendly है, उतनी ही user-friendly mobile पर भी होनी चाहिए।
आज के दौर में ज्यादातर लोग mobile पर ही internet का use करते है, मतलब आपकी website पर ज्यादातर traffic mobile से ही आता है।
ऐसी Situation में आपकी website mobile-friendly होनी ही चाहिए।
आज तकरीबन सभी themes आपको responsive design का option provide करती है, इसकी मदद से आप mobile website customize कर सकते है।
Mobile पर Customization करते समय आप User Experience पर ध्यान दीजिए जैसे कि:-
- Font size, Image quality, menu & search box, etc पर जरूर ध्यान दीजिए।
- अगर website पर Button का use कर रहे है तो उनका size थोड़ा large ही रखें ताकि users आसानी से उसके ऊपर click कर सकें।
- अगर website पर popup ads का इस्तेमाल करते है तो mobile version के लिए popup ads disable कीजिए, Popup ads mobile users को बहुत irritate करते है।
क्योंकि Ads close करने के लिए X का symbol काफी small होता है, इसलिए ad को close करने में user काफी problem face करता है।
4. User Robot .txt file.
Image source:- Azibyaqoob.
Robot.Txt एक text file होती है जो search engines के crawlers को instruction देती है कि website के कौन-कौन से pages crawl करने है, और कौन से नहीं।
Search engine के crawlers जब हमारी site पर crawling करने के लिए आते है, तो वे पहले robot .txt file को ढूढंते है।
इससे file में जो भी instructions दी होती है उनके हिसाब से crawlers site की crawling करते है।
ऐसे में अगर आपकी directory में robot .txt file नहीं होती है तो crawlers आपके सभी pages को crawl करके index करेगा।
इसलिए अगर आप किसी भी specific page को search engine में index नहीं करना चाहते है तो robot .txt file का use जरूर करें।
5. Fix Broken & Dead Links.
Image source:- Marketing1on1.
Broken links वे links होते है जो किसी कारणवश remove किए जा चुके होते है या फिर उस targeted URL से move किए जा चुके होते है।
अगर आपकी भी website पर ऐसी links होती है और कोई visitors उस पर click करते है तो उसे error या 404 pages not found का error show होता है, जिस कारण visitors पर bad impact पड़ता है।
अगर आपने बहुत ज्यादा external linking की है तो आपको यह problem जरूर आ सकती है।
इसलिए आप broken links को find करके जल्द से जल्द पहले उन्हें fix कीजिए।
6. Accelerated Mobile Pages [ AMP ]
image source:- landerapp.
Google user को best experience provide करने के लिए AMP themes का इस्तेमाल करने का suggestion देता है।
AMP themes का इस्तेमाल करने से आपकी website की speed काफी fast हो जाती है।
Google ने पहले ही declare किया है कि AMP ranking factor है।
अगर आप चाहते है कि आपकी website fast open हो तो आप इसका implementation कर सकते है।
लेकिन एक बात मैं आपको बता दूँ कि AMP से केवल आप अपनी site की speed fast कर सकते है लेकिन अपनी posts को style यानी कि decorative नहीं बना सकते, क्योंकि AMP से CSS remove हो जाता है।
7. Add Canonical Tags.
image source:- shoutmeloud.
Canonical tag एक प्रकार का HTML tag होता है जो web page के header में apply किया जाता है।
Canonical tags से हम search engines को यह show करते है कि हमारा यह content original है।
Canonical tags का इस्तेमाल duplicate content को copy करने से रोकने के लिए बोला जाता है।
आप जब search engine में search करते है तो कभी-कभी ऐसा होता है कि search engine के सामने same content show होता है।
यह content कभी तो same website से होता है तो कभी different site से, इस situation में search engine confuse हो जाता है कि कौनसा content ज्यादा relevant है।
इस Case में canonical tag काम आते है। search engines के सामने जो same content के results आते है, उनमें अगर canonical URL होता है, तो search engine उसे higher rank करता है।
Canonical tags वाला content master copy होती है इसलिए वह results में show होता है।
इसलिए अगर आप भी duplicate content से बचना चाहते है तो इसका इस्तेमाल जरुर कीजिए।
8. Enable Secure Socket Layer [SSL].
image source:- pixel privacy.
SSL का मतलब होता है secure socket layer.
आप जब अपने hosting provider से SSL certificate लेते है तो आपकी website HTTP से HTTPS में convert हो जाती है।
Google ने 2004 में ही announce कर दिया था non-HTTP websites के मुकाबले HTTPS websites को ज्यादा value provide की जाएगी।
इसके अतिरिक्त users के mind में भी यह बात कहीं ना कहीं घर कर चुकी कि HTTPS sites secure होती है, Non-HTTPS sites के मुकाबले, जो कि काफी हद तक सही भी है।
इसलिए Site पर SSL Certificate जरूर Use करना चाहिए।
इन्हें भी पढ़ें:-
- 7+ Powerful SEO Benefits of Internal Linking in 2021
- 9+ Directory Submission Sites Powerful List in Hindi for 2021
- Top 9+ Effective Tips to Boost Page Rank in Hindi [ Actionable Guide ]
Conclusion.
Well Guys, इस article में आपने read किया कि कैसे आप Technical SEO के ranking factors को ध्यान में रखकर अपनी Website का optimization कर सकते है।
मुझे आशा है कि आपको यह article अच्छा लगा होगा, अपने opinion comment box में जरूर share करें।
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